वायरस फैलने की प्रमुख कारण:-वायरस फैलने की प्रमुख कारण

वायरस फैलने की प्रमुख कारण:-

  • रोग ग्रसित पौधों [Nursery] से।
  • हवा अथवा मिट्टी [Soil] से।
  • हाथों से।
  • एक खेत से दूसरे खेत में।
  • ट्रैक्टर जुताई (field ploughing) से।
  • पौधे से पौधे की दूरी कम होने पर।
  • सूत्रक्रमी से [Nematode]
  • सफेद मक्खी से [Whitefly]
  • मकड़ी [Might]
  • Sucking pests से।

वायरस की रोकथाम:-

(1). प्रतिरोधक किस्में:-

वायरस मुक्त रजिस्टेंस वैरायटी को ही लगाना चाहिए कुछ वैरायटी होती हैं जिस पर अधिक वायरस आता है।


(2). बिज उपचार:-

यदि आप देसी वैरायटी का चुनाव कर रहे हैं तो बीजों को उपचार जरूर कर लें काफी हद तक वायरस कम आता है।


(3). पौधे से पौधे की दूरी:-

मिर्च की रोपाई करते समय पौधों को ज्यादा पास पास में प्लांटेशन ना करें। मिर्च के पौधों को दूर-दूर ही लगाएं एवं सिंगल लाइन पर ही प्लांटेशन करें।


(4). Drenching करे:-

जैसे ही आपने प्लांटेशन कर दी उसकी एक दो दिन बाद आपको humic एवं ऑर्गेनिक कॉम्पोनेंट्स ट्राइकोडरमा NPK का बदल बदल कर Drenching कर सकते हैं


(5). Nematode की रोकथाम:-

Nematode एक बहुत ही खतरनाक जड़ो को क्षति पहुंचाने वाला कीट है। प्रकोप के कारण भोजन बनाने में पौधा असमर्थ रहता है। वेलम प्राइम का इस्तेमाल कर सकते हैं।


(6). सफेद मक्खी की रोकथाम:-

मिर्च की फसल में सफेद मक्खी की रोकथाम करना जरूरी नहीं अनिवार्य है। यही वो कीट है जो सबसे ज्यादा क्षति नुकसान पहुंचाता है। Acitamiprid or pyriproxyfen or Sefina कोई एक का स्प्रे करें।


(7). Thrips की रोकथाम:-

यह एक रस चूसक कीट है जो पत्तों के निचले सतह प्रकोप देखने के लिए मिलता है जो हमारी फसलों के पत्तों का क्लोरोफिल खाता है और फसल को कमजोर कर देता है। Dow delegate or gharda police का स्प्रे करें।


(8). ग्रसित पौधे: –

जिस Plants पर बीमारी दिख रही हो उन पौधों को खेत से उखाड़ कर कहीं दूर ले जाकर मिट्टी के अंदर गड़ा दीजिए।


(9). Feromen trap लगाएं:-

मिर्च की फसल में पीली और नीली पट्टी ट्रैप जरूर लगाएं इसमें एक चिपचिपा पदार्थ होता है। जिससे क्षति पहुंचाने वाले कीट चिपक जाते हैं और कम लागत पर कीटों की रोकथाम हो जाती है।


(10). कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव: –

Shuruaati charanon per मिर्च की फसल में शुरुआती चरणों पर सस्ती और काम मीडियम रेंज वाली कीटनाशक दवाइयों का ही छिड़काव करना चाहिए और बीच-बीच में ऑर्गेनिक एवं नीम ऑयल का भी छिड़काव करना चाहिए।

अच्छा रिजल्ट देने वाली दवाइयां:-

  • Dow delegate 
  • Bio R-303
  • SLR 525
  • Confidor
  • Imidacloprid
  • Oberon जेसी दवाई बदल बदल कर प्रयोग करती रहे एवं समय-समय पर कैल्शियम नाइट्रेट खाद एवं बोरोन का इस्तेमाल मिर्ची की फसल पर जरुर करें फल लंबे सीधे और वजनदार आएंगे।

    वायरस फैलने की प्रमुख कारण:-

    • रोग ग्रसित पौधों [Nursery] से।
    • हवा अथवा मिट्टी [Soil] से।
    • हाथों से।
    • एक खेत से दूसरे खेत में।
    • ट्रैक्टर जुताई (field ploughing) से।
    • पौधे से पौधे की दूरी कम होने पर।
    • सूत्रक्रमी से [Nematode]
    • सफेद मक्खी से [Whitefly]
    • मकड़ी [Might]
    • Sucking pests से।

    वायरस की रोकथाम:-

    (1). प्रतिरोधक किस्में:-

    वायरस मुक्त रजिस्टेंस वैरायटी को ही लगाना चाहिए कुछ वैरायटी होती हैं जिस पर अधिक वायरस आता है।


    (2). बिज उपचार:-

    यदि आप देसी वैरायटी का चुनाव कर रहे हैं तो बीजों को उपचार जरूर कर लें काफी हद तक वायरस कम आता है।


    (3). पौधे से पौधे की दूरी:-

    मिर्च की रोपाई करते समय पौधों को ज्यादा पास पास में प्लांटेशन ना करें। मिर्च के पौधों को दूर-दूर ही लगाएं एवं सिंगल लाइन पर ही प्लांटेशन करें।


    (4). Drenching करे:-

    जैसे ही आपने प्लांटेशन कर दी उसकी एक दो दिन बाद आपको humic एवं ऑर्गेनिक कॉम्पोनेंट्स ट्राइकोडरमा NPK का बदल बदल कर Drenching कर सकते हैं


    (5). Nematode की रोकथाम:-

    Nematode एक बहुत ही खतरनाक जड़ो को क्षति पहुंचाने वाला कीट है। प्रकोप के कारण भोजन बनाने में पौधा असमर्थ रहता है। वेलम प्राइम का इस्तेमाल कर सकते हैं।


    (6). सफेद मक्खी की रोकथाम:-

    मिर्च की फसल में सफेद मक्खी की रोकथाम करना जरूरी नहीं अनिवार्य है। यही वो कीट है जो सबसे ज्यादा क्षति नुकसान पहुंचाता है। Acitamiprid or pyriproxyfen or Sefina कोई एक का स्प्रे करें।


    (7). Thrips की रोकथाम:-

    यह एक रस चूसक कीट है जो पत्तों के निचले सतह प्रकोप देखने के लिए मिलता है जो हमारी फसलों के पत्तों का क्लोरोफिल खाता है और फसल को कमजोर कर देता है। Dow delegate or gharda police का स्प्रे करें।


    (8). ग्रसित पौधे: –

    जिस Plants पर बीमारी दिख रही हो उन पौधों को खेत से उखाड़ कर कहीं दूर ले जाकर मिट्टी के अंदर गड़ा दीजिए।


    (9). Feromen trap लगाएं:-

    मिर्च की फसल में पीली और नीली पट्टी ट्रैप जरूर लगाएं इसमें एक चिपचिपा पदार्थ होता है। जिससे क्षति पहुंचाने वाले कीट चिपक जाते हैं और कम लागत पर कीटों की रोकथाम हो जाती है।


    (10). कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव: –

    Shuruaati charanon per मिर्च की फसल में शुरुआती चरणों पर सस्ती और काम मीडियम रेंज वाली कीटनाशक दवाइयों का ही छिड़काव करना चाहिए और बीच-बीच में ऑर्गेनिक एवं नीम ऑयल का भी छिड़काव करना चाहिए।

    अच्छा रिजल्ट देने वाली दवाइयां:-

    • Dow delegate 
    • Bio R-303
    • SLR 525
    • Confidor
    • Imidacloprid
    • Oberon जेसी दवाई बदल बदल कर प्रयोग करती रहे एवं समय-समय पर कैल्शियम नाइट्रेट खाद एवं बोरोन का इस्तेमाल मिर्ची की फसल पर जरुर करें फल लंबे सीधे और वजनदार आएंगे।

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